DRDO SANT Missile 2021: संत मिसाइल परीक्षण भारतीय वायु सेना की ताकत में मिल का पत्थर

DRDO SANT Missile 2021: भारतीय रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (Indian Defense Research And Development Organization) और भारतीय वायु सेना ने 11 दिसंबर 2021 को पोखरण रेंज (जैसलमेर) में हेलीकॉप्टर से स्वदेशी रूप से डिजाइन और विकसित स्टैंड-ऑफ एंटी टैंक (SANT) मिसाइल का परीक्षण किया ।

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What is DRDO SANT Missile 2021

इंडियन डिफेन्स रिसर्च एंड डेवलपमेंट ऑर्गेनाइजेशन (DRDO) ने मिलीमीटर तरंग (Millimeter Wave) टेक्निक से संचालित Stand-off Anti Tank मिसाइल जो की हेलीकॉप्टर द्वारा संचालित का परीक्षण किया है उसी का नाम ही संत रखा गया है । SANT Missile Full Form है Stand-off Anti-tank Missile

DRDO SANT Missile 2021

भारतीय रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन और भारतीय वायु सेना ने संयुक्त रूप से स्वदेशी तकनीक का इस्तेमाल कर इस मिसाइल (DRDO SANT Missile 2021) का निर्माण किया है ।

इस मिसाइल के निर्माण से भारत के लड़ाकू हेलीकॉप्टर कहीं पर किसी भी मोसम में दुश्मनों के टेंको को इस मिसाइल द्वारा नेस्तानाबूद कर सकता है ।

इस मिसाइल की खास बात ये है की यह 10 किलोमीटर तक के क्षेत्र में किसी भी टारगेट को कुछ ही सेकेंड में ध्वस्त करने की क्षमता रखती है ।

आत्मनिर्भर भारत अभियान का परिणाम है संत मिसाइल

जी हाँ दोस्तों DRDO SANT Missile 2021 के तहत इंडियन एयर फाॅर्स तथा डीआरडीओ ने मिलकर इस मिसाइल का निर्माण पूरी तरह से स्वदेशी तकनीक यानी भारतीय तकनीक से किया है । आत्मनिर्भर भारत अभियान के तहत भारतीय वायुसेना को और घातक तथा सक्षम बनाने के लिए संत मिसाइल को भारतीय अनुसंधान संस्थान हैदराबाद (Research Institute) और DRDO की विभिन्न लेबोरेटरीज की सयुंक्त भागीदारी के साथ आत्मनिर्भर भारत अभियान की चुनौतियां से पार पाते हुए सफलता पूर्वक निर्मित और विकसित किया गया है ।

संत मिसाइल परीक्षण पर केन्द्रीय रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने दी बधाई

यूनियन डिफेन्स मिनिस्टर राजनाथ सिंह ने संत मिसाइल के सफलतापूर्वक परीक्षण पर इसे सफल बनाने में जुटी टीम को दिल खोल के बधाई दी तथा कहा की यह DRDO SANT Missile 2021 परीक्षण आत्मनिर्भर अभियान का सुद्रढ़ तथा मजबूत कदम है जो की भारतीय सेनाओं तथा रक्षा विभाग को और मजबूती प्रदान करेगा ।

संत मिसाइल परीक्षण की मुख्य विशेषताएं

इस परीक्षण से भारत के हवा से मार करने वाले हथियारों के जखीरे में एक और घातक हथियार जुड़ गया जो की भारत के डिफेन्स सिस्टम को और मजबूती प्रदान करेगा ।

चीन तथा पाकिस्तान के बढ़ते समन्वय तथा उनके द्वारा की जाने वाली अवांछित हरकतों का जवाब देने के लिए यह मिसाइल एक मजबूत जवाब देने में सक्षम है ।

पिछली 7 सितंबर 2021 से लेकर अब तक भारत बहुत ही घातक तथा मारक क्षमता वाली रिकॉर्ड 13 मिसाइलों का धुंआधार परीक्षण कर चूका है जिनमें से प्रमुख ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल, स्टेल्थ डिस्ट्रॉयर,,पृथ्वी-2, रुद्रम-1, स्मार्ट टारपीडो प्रणाली, शौर्य मिसाइल, लेजर-गाइडेड एंटी-टैंक गाइडेड मिसाइल, डिमॉन्सट्रेटर व्हीकल, है तथा अब संत मिसाइल का परीक्षण दुश्मनों की नींद उड़ाने के लिए काफी है ।

इस नई पीडी की मिसाइल (DRDO SANT Missile 2021) में लॉन्चिंग से पहले Lock -ON और अगर मिसाइल को रोकना हो या निष्क्रिय करना हो तो हवा में ही लॉक-ऑन करने की सुविधा दी गई है ।

मिसाइल परीक्षण के उदेश्य हुए सफल

इस मिसाइल परीक्षण के सफलतापूर्वक पूर्ण होते ही इस मिशन के सभी उदेश्य भी पुरे हो गये क्योंकि यह एक ऐसा हथियार है जो की 10 किलोमीटर दूर से उड़ाने की क्षमता रखता है तथा सैनिको के जान माल के नुकसान को कम करता है । इस परीक्षण की अधिक जानकारी हेतु इसकी ऑफिसियल वेबसाइट drdo.gov.in पर जाकर अवलोकन आकर सकतें है ।

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